Friday, April 16, 2010

कैसे कहे कुछ ख़ास हो आप हमारे लिए,

कैसे कहे ये ज़िन्दगी है आप के लिए,,

अगर हमारी ज़िन्दगी पर कोई किताब बनजाती तो

हर पन्ने पर सब को सिर्फ आप ही की तस्वीर नज़र आती,,

4 comments:

  1. hmmmmmmmmmmm...tasveer jiski hai khyaal uska hai ..kavita apki hai achi lagi kyo ki ahsaas apke hai

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  2. इस नए चिट्ठे के साथ हिंदी ब्‍लॉग जगत में आपका स्‍वागत है .. नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएं !!

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