Saturday, June 26, 2010

इंतज़ार में उनके हमारी आँखें नम होगई,

देखते ही देखते सुबह से रात होगई,,

सोचा था उन्हें हमारे आंसू दिखायेंगे,

पर बिन मौसम बरसात होगई,

और हमारे आंसुओं को बहा ले गई,,

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